Search This Blog

Friday 31 August 2012

बहुत संपत्ति वाले होते हैं ऐसे लोग..

पूर्व में आपने पढ़ा कि मेष लग्न की कुंडली में सूर्य प्रथम, द्वितीय और तृतीय भाव में क्या फल प्रदान करता है? अब जानिए कि सूर्य चतुर्थ भाव में हो तो व्यक्ति के जीवन पर क्या प्रभाव डालता है...

यदि किसी व्यक्ति कुंडली की मेष लग्न की है और उसमें सूर्य चतुर्थ भाव में स्थित है तो वह व्यक्ति बहुत तेजी दिमाग वाला होता है। चतुर्थ भाव यानि कर्क राशि का स्वामी चंद्र है अत: व्यक्ति का दिमाग तेज रहता है लेकिन चंद्र के कारण वह शांत भी रहता है। इस चतुर्थ भाव से सूर्य अपनी सातवीं दृष्टि से शत्रु ग्रह शनि की राशि मकर राशि दसवे भाव पर प्रभाव डालता है। इस वजह से उस व्यक्ति के अपने पिता के साथ मधुर संबंध नहीं रहेंगे। इसके अलावा वह राज्य या शासकीय कार्यों में उदासीन रहेगा। इस भाव में सूर्य हो तो व्यक्ति का समाज में अच्छा प्रभाव बना रहेगा और वह एक उच्च मुकाम भी हासिल करेगा। चतुर्थ भाव में सूर्य के प्रभाव से व्यक्ति को माता का काफी अधिक स्नेह मिलेगा। साथ ही वह संपत्ति और घर के संबंध में संपन्न रहेगा।

No comments:

Post a Comment